नवरात्र के दौरान मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। मां दुर्गा स्वयं एक नारी है इसलिए नारी का सदैव सम्मान करें। इन दिनों घर में क्लेश, द्वेष या अपमान नहीं करना चाहिए।
अगर आप ने घर में कलश की स्थापना की है तो दोनों वेला में मंत्र जाप करें, चालीसा या सप्तशती का पाठ करना चाहिए। मां को दोनों समय भोग भी लगाएं, सबसे सरल और उत्तम भोग है लौंग और पताशा।
1) नवरात्रि में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए, नौ दिनों तक सूर्योदय से साथ ही स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।
2) नवरात्र के दौरान काले कपडे न पहनें और ना ही चमड़े का बेल्ट और जूते भी नहीं पहनने चाहिए।
3) नवरात्र के दौरान साधक को बिस्तर पर नहीं होना चाहिए बल्कि जमीन पर सोना चाहिए।
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