Astrology : मेहनत और किस्मत इन दो शब्दों के बीच ही जिंदगी गुजरती है कई बार किस्मत तो आपका साथ देती है लेकिन बिना मेहनत के कुछ हासिल नहीं होता वहीं कई लोग मेहनत तो बहुत अधिक करते है लेकिन किस्मत उन्हें हर कदम पर धोखा देती है। लेकिन जब यह दोनों चीजें एक साथ मिल जाए तो रंक को राजा बना देती है, तो किसी को सदी का महानायक बना देती है। महानायक अमिताभ बच्चन (mr. Amitabh Bachchan) भी ज्योतिष शास्त्र (jyotish shastra) और रत्न विज्ञान में काफी आस्था रखते हैं और उनका विश्वास इस पर बहुत ज्यादा है।
अपनी अदाकारी और स्टाइल से एंग्री यंग मैन की छवि बनाने वाले अमिताभ बच्चन का एक दौर ऐसा भी आया जब उन्हें हर से नुकसान हो रहा था, उम्र के ढलान पर फिल्में नहीं मिल रही थीं और उनकी कंपनी भी घाटे में चल रही थी बैंक दिवालिया होने तक की स्थिति बन गई थी। लेकिन इस रत्न (Gemstone) को पहनने के बाद से उनके दिन ऐसे फिरे कि इंडस्ट्री (film industry) में कमाई के मामले में दूसरे स्टार्स उनसे काफी पीछे छूट गए। अमिताभ बच्चन अपनी अंगूठी में नीलम रत्न पहनते हैं। इसे ब्लू सेफियर भी कहा जाता है। इस रत्न में चमत्कारिक शक्तियां बताई जाती हैं। कहा जाता है कि अगर ये किसी को सूट कर जाए तो उसे बादशाह बना देता है।
अमिताभ (mr. Amitabh Bachchan) को ऐसे फला नीलम रत्न (Sapphire gem)
अमिताभ बच्चन के कॅरियर खासकर उनके कमबैक पर गौर करें तो यह बात सच लगती है। नीलम रत्न (Sapphire gem) को पहनने के बाद उनको कौन बनेगा करोड़पति होस्ट करने का मौका मिला। इससे तो उनको बेतहाशा फेम मिला ही, इसके अलावा उनका फिल्मी कॅरियर भी वापस पटरी पर आ गया। आपको अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्तूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। 1969 में उन्होंने असफल फिल्म सात हिंदुस्तानी से अपने कॅरियर की शुरुआत की। लेकिन 1971 में फिल्म आनंद के साथ उनको पहचान मिली और इस तरह उस कलाकार का उदय हुआ, जिसके आगे सुपरस्टार और स्टारडम जैसे शब्द भी छोटे पड़ते हैं। लेकिन एक समय बाद उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई तो एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने ज्योतिष (astrologer) से परमार्श लिया और ज्योतिष (astrologer) ने उन्हें नीलम पहनने की सलाह दी।
ये नीलम (Sapphire) का कमाल
अमिताभ ने इस सलाह पर नीलम को अंगूठी (Sapphire ring) में पहना और इसी के साथ उनका दशा में सुधार आना बताया जाता है। नीलम को पहनने के बाद उनको कौन बनेगा करोड़पति होस्ट करने का चांस मिला। इस आॅफर को अमिताभ ने हिचकते हुए स्वीकार किया और फिर से लोकप्रियता और सफलता की रेस में सबसे आगे निकल गए। इस के बाद से न सिर्फ अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड (Bollywood) में अच्छी फिल्मों के आॅफर मिले, बल्कि वह विज्ञापन जगत का भी एक चहेता चेहरा बन गए।
जानें नीलम रत्न (Sapphire gem) के बारे में ये खास बातें-
नीलम धारण करने पर मेहनत अवश्य करें। शनि एक मेहनत प्रिय और ईमानदार ग्रह है और इसके चलते इसका रत्न नीलम मेहनती और ईमानदार लोगों को ही फलता है। उदाहरण हम अमिताभ बच्चन में देख ही चुके हैं। वैसे जिन लोगों के लिए नीलम अनुकूल होता है, उन्हें धारण करते ही शुभ फल देने लगता है। खासतौर पर स्वास्थ्य संबंधी समस्या में सबसे पहले फर्क दिखाई देता है।
नीलम धारण करने के बाद शनिवार और शनि नक्षत्रों में अन्न दान जरूर करें।
शनिवार के दिन मदिरा-तामसिक भोजन न करें।
विकलांग लोगों के प्रति सेवा भाव रखें और बड़ों को भी आदर दें।
हर महीने शुक्ल पक्ष के दूसरे शनिवार को रत्न को दूध, घी, गंगाजल, तिल और मिश्री मिले जल से साफ करें।
रत्न का शम्मी के लकड़ी से 108 बार ओम शन्नोदेवीरभिष्ट्य: आपोभवन्तुपीतये शंय्योरभिस्रवन्तुन: - मंत्र के उचारण के अभिषेक कीजिए। इससे रत्न जागृत होगा।
वहीं नीलम व्यक्ति के शुभ नहीं होने पर धारण करने वाले को तुरंत आर्थकि नुकसान का सामना करना पड़ता है। नीलम अगर अनुकूल नहीं है तो बुरे और डरावने सपने परेशान करते हैं।
Kommentarer