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शनि और राहु की महादशा का सबसे सटीक उपाय (remedies) पशुपति नाथ महादेव का रुद्रअनुष्ठान 



12 जुलाई से शनि कुम्भ राशि से मकर राशि से उल्टी दिशा (वक्री) में गति करेंगे इससे शनि के अशुभ प्रभाव सभी राशियों पर होंगे। ज्योतिष (jyotish) के अनुसार शनि ग्रह की महादशा, अन्तर्दशा या कुंडली (kundali) में शनि की ख़राब स्थिति है ऐसे समय में व्यक्ति को और अधिक परेशान कर सकती है.जैसे हर कार्य में देरी, आर्थिक नुकसान, नौकरी में परेशानी, स्वास्थ्य का बार बार ख़राब होना या  एक्सीडेंट होना चोट लगना शादी या अन्य सम्बन्ध ख़राब हो जाना, समाज में अपयश मिलना, विदेश यात्रा नहीं होना इत्यादि। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए एस्ट्रोभूमि (astrobhoomi) द्वारा 13 जुलाई से 12 अगस्त पूरे श्रावण मास में भगवान शिव का महारुद्र अनुष्ठान आयोजित किया गया है. यह सर्वविदित है कि भगवान शिव की आराधना से ही शनि और राहु ग्रह सकारात्मक प्रभाव देते हैं. वेद पाठी, सुसंस्कृत ब्राह्मणों द्वारा नमकम - चमकम रुद्र अनुष्ठान पूरे श्रावण का विशेष लाभ लें. 


आप हर दिन पूजन (poojan) कर्म में ऑनलाइन सम्मिलित हो सकेंगे अपने नाम और कुल गोत्र के साथ वीडियो कॉल से संकल्प विधि होगी जिसमें शनि ग्रह से बुरे प्रभावों को कम करने और आपको समृद्धि प्राप्त करने के आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करेंगे ।हर दिन आप लाइव लिंक के माध्यम से महारुद्र पाठ और अभिषेक में भी सम्मिलित हो सकते हैं अनुष्ठान पूर्ण होने पर आपको सिद्धि किया हुआ पंचमुखी रुद्राक्ष और एक सर्व कार्य सिद्धि यन्त्र आपके पते पर प्रसाद और संकल्प के रक्षा सूत्र के साथ भेजा जायेगा।

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