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अलग-अलग परेशानियों तो दूर करने के साधारण उपाय :

1) विवाह में दिक्कत आ रही है तो -

पूरे 9 दिन देवी को पीले फूलों की माला चढाएं और इस मंत्र का नियमित जाप करें । ‘कात्यायनी महामाये, महायोगिनयथी श्वरी-नन्दयोग देवी, पति में कुकू ते नम:’ ऐसा करने से विवाह संबंधी समस्या दूर हो सकती है।


2) संतान प्राप्ति में समस्या

संतान पाने के इच्छुक जातकों को नवरात्र में 9 दिन देवी को पान का पत्ता अर्पित करना चाहिए, और ये मंत्र पढ़े। ‘नन्दगोपग्रह जाता यशोदागर्म सम्भवा ततस्तो, नाशयिस्यामि विंध्याचलनिवासिनी’


3) नौकरी की समान्या-

जो जातक नौकरी को लेकर परेशान हैं वे 9 दिनों तक देवी को पताशे पर लौंग रखकर अर्पित करें। और ये मंत्र पढे ‘सर्वबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्तित: मनुष्यों मत्प्रसादेने भविष्यति ना संशय:’


4) खराब सेहत के लिए

यदि कोई व्यक्ति खराब सेहत से परेशान है तो जातक को 9 दिनों तक देवी मां को लाल फूल अर्पित करना चाहिए और इस मंत्र का जाप करें।

‘ॐ क्रीं कालिकाहाँ नम:’


5) मुकदमे-शत्रु या कर्ज की समस्या

मुकदमे शत्रु और कर्ज की समस्या को दूर करने के लिए 9 दिन मां के समक्ष गुग्गल की सुगंध वाला धूप जलाएं और इस मंत्र का जाप करें।

‘ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे’


6) मनचाहा वर पाने के लिए -

गुप्त नवरात्र के किसी भी दिन शिव के मंदिर में जाकर शिव और मां पार्वती पर दूध से अभिषेक करें और पंचोपचार से उनकी पूजा करें (पुष चन्दन, धूप, दीप और नैवेश) अब मौली से भोलेनाथ और मां पार्वती के मध्य गठबंधन करें। इसके बाद वहां बैठकर लाल चंदन की माला से नीचे लिखे मंत्र का 108 बार जाप करें।

मंत्र -‘है गौरी शंकरार्धांगी, यथा त्वं शंकर प्रिया, तथा मां कुरु कल्याणी, कान्तकान्तां सुदुर्लभाम’


7) सुखी दांपत्य जीवन के -


नवरात्र में 9 दिनों तक ‘सब नर करहि परस्पर प्रीति, चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति’ 108 बार जाप करते हुए अग्नि में घी की आहुती दे, यदि संभव हो तो जीवनसाथी के साथ इस मंत्र को पढ़ते हुए पूजा करें। हर दिन सुबह पूजा के समय इस मंत्र का 21 बार जाप करें।



8) घर में बरकत बढ़ाने के लिए

गुप्त नवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें इसके बाद अपने सामने एक मोती शंख रखें और इस पर केसर से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और स्फाटिक की माला से मंत्र जाप कर। मंत्रोच्चार के साथ एक-एक चावल इसमे डालें, ध्यान रखें चावल टूटे हुए नहीं होना चहिए, लगातार 9 दिनों तक ये करें। इन चावलों को एक सफेद रंग के कपडेÞ की थैली में इकट्ठा करते जाए। दिन बाद शंख और इन बचे हुए चावलों को इसी थैली के साथ अपनी- तिजोरी में रख दें।

मंत्र

‘श्रीं हीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:’


गुप्त नवरात्र करने से फल


इसका फल जल्दी और दोगुना मिलता है इन दिनों मां जल्दी प्रसन्न होती है और भक्तों को मनवांछित फल देती है इस दौरान मां की पूजा में शामिल होने वाली सामग्री का भी एक विशेष महत्व माना जाता है।


जौ का महत्व - इससे आप पर मां अन्नपूर्णा देवी का आशीर्वाद बना रहता है और घर में कभी धन की कमी नहीं होती है।


कलश: कलश में तिल गेंहू चना जौ धान और मूंग डाले, आम के पत्ते के बिना कलश स्थापना अधूरी रहती है। घर में कलश स्थापना करने से घर परिवार में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है।


दीपक का महत्व

नवरात्र के पूरे नौ दिन अखंड दीपक जलाने का विधान है मान्यता है कि इन दिनों जो भक्त संकल्प लेकर दीपक जलाते है उन्हें मां का आशीर्वाद प्राप्त होता ही और मां उनकी सभी मनोकामना पूर्ण करती है।

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