देवों के देव महादेव, भोले भंडारी वैसे तो बहुत सरल और सौम्य है, अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं, वहीं भक्त भी उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनका अलग-अलग सामग्री से अभिषेक करते हैं, इस साल महाशिवरात्री (maha shivratri) पर भी भक्त शिव को प्रसन्न करने की कोशिश करेंगें लेकिन क्या आप जानते है कि शिव जितने सरल हैं उतने ही रुद्र भी है यदि आपसे उनके पूजन में गलती हुई तो वह नाराज भी जल्दी हो जाते है। उन्हें कुछ वस्तुओं नहीं चढ़ाई जाती है तो क्या आप जानते हैं कौन सी वह वस्तुएं हैं जो शिव पूजन में निषेध मानी गई हैं नहीं जानते तो आज हम आपको बताएंगे उन वस्तुओं के बारे में...
तुलसी: शास्त्रों (shastro) और पुराणों के अनुसार शिवलिंग (shivling) पर तुलसी नहीं चढ़ाई जाती है, जिसके पीछे पौराणिक कथा है, तभी से शिव पूजन में तुलसी का प्रयोग वर्जित है।
सिंदूर : सिंदूर वैसे तो पूजा पाठ में मुख्य रूप से शामिल होता है, सुहागिनों का सबसे बड़ा श्रृंगार ही सिंदूर को माना गया है और सभी देवियों को चढ़ाया जाता है। चूंकि भगवान शिव वैरागी हैं और उन्हें महाकाल माना गया है इसलिए सिंदूर नहीं चढ़ाया जाता।
केतकी के फूल : कथाओं के अनुसार, एक बार केतकी फूल ने भगवान ब्रह्मा का झूठ में साथ दिया था जिसे जानकर भगवान शिव ने क्रोध में केतकी फूल को श्राप दिया था। तब से इस फूल को शिवलिंग में नहीं चढ़ाया जाता।
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